
समूचे देश में आज अन्ना की आंधी ने जहाँ कांग्रेसियों को कपकपी चढ़ा दी है वहीँ हिसार लोकसभा उपचुनाव राजनितिक पार्टियों के लिए तपत का काम कर रहा है. एक और जहाँ केंद्रीय नेता भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना की लड़ाई में उलझते दिखाई दे रहे है वहीँ हिसार चुनाव जीतना अब कांग्रेस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. प्रदेश की 10 में से 9 सीट जितने वाली कांग्रेस जहाँ इस सीट को खोने नहीं देना चाहती वही विपक्षी पार्टियां महंगाई, भ्रष्टाचार और काले धन पर कांग्रेस को चारो ओर से घेरने की तैयारी में है.
इस बीच हिसार में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व् हरियाणा प्रभारी बी. के. हरिप्रसाद का आना, हिसार में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की रैली और रैली में की गई घोषणाओं को अमलीजामा पहनाएं जाने से प्रदेश की राजनीति उफान पर है. वैसे तो जिसको देखो वो ही अपने को हिसार लोकसभा उपचुनाव के सक्षम उम्मीदवार बता रहा है. लेकिन इस बीच ऐसे कई नेता है जिसकी मांग को उसकी पार्टी दरकिनार नहीं कर सकती. ऐसे में अगर सबसे पहले कांग्रेस की बात की जाएँ तो यहाँ टिकट की मांग करने वालों की लम्बी फेहरिस्त है.
इस सूची में सबसे ऊपर राज्यसभा सांसद वीरेंद्र सिंह का नाम आता है तो वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शमशेर सिंह सुरजेवाला ने भी हिसार से टिकट की मांग कर राजनीति में कोहराम मचा दिया है. जबकि इससे पहले हिसार के पूर्व सांसद जयप्रकाश, मौजूदा विधायक संपत सिंह, पूर्व विधायक छत्रपाल, रणजीत सिंह व जिंदल हाउस सहित अनेको छोटे-बड़े नेता टिकट पर अपनी दावेदारी जाता चुके है. इससे जहाँ कांग्रेस की परेशानी बढ़ चुकी है वहीँ अब देखना यह होगा की अन्ना की आंधी किस कांग्रेसी नेता को उड़ा ले जाने में कारगर होती है.
ऐसा नहीं है यह कोहराम सिर्फ कांग्रेस में ही मचा हुआ है. इनलो और हरियाणा जनहित कांग्रेस भी इससे महरूम नहीं है. इनलो की टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वालो की भी कमी नहीं है. उसकी सूची में अब तक सबसे ऊपर अजय चौटाला का नाम आ रहा है तो हनुमान ऐरण व् उमेद लोहान भी हिसार से इनलो के संभावित प्रत्याशी है. जबकि लोगो का मानना है की भले ही नेता पार्टी जिसको कहेगी वही चुनाव लडेगा कहती रहे लेकिन हिसार से अजय चौटाला का चुनाव जीतना तय है.
दूसरी तरफ भजनलाल परिवार भी एकाएक राजनीति में सक्रिय हो गया है. भजनलाल की मृत्युपरांत रिक्त हुई सीट को कुलदीप बिश्नोई खोना नहीं चाहेंगे. यही कारण है की इस सीट पर अगला प्रत्याशी भजनलाल परिवार से ही होगा. लेकिन कौन इस बारे में अभी पत्ते नहीं खोले गए है. जबकि जनता भजनलाल की पत्नी जसमां देवी को उम्मीदवार मान कर चल रही है तो कुछ का कहना यह है की कुलदीप बिश्नोई विधायक ही रहेंगे और उनकी पत्नी रेणुका चौधरी यह चुनाव लड़ सकती है.
हरियाणा के तीनों मुख्य राजनीतिक दल जहाँ अभी प्रत्याशियों की बाट जोह रहे है वहीँ भाजपा से कैप्टन अभिमन्यु व् समस्त भारतीय पार्टी के सुदेश चौधरी ने लोगों से वोट मांगने आरम्भ कर दिए है. मुद्दों की लड़ाई लड़ रही जनता इन नेताओं के साथ क्या न्याय करती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन इतना की जरुर है की मुख्य नेताओं के मैदान में आने के पश्चात मुकाबला रोचक होता दिखाई दे रहा है. जनता है की हर मुकाबले का बड़ी बेसब्री से इन्तजार कर रही है.
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